Burman se Gordan tak!
Then (Pyasa, 1957; Directed by Guru Dutt; Sung by Mohd. Rafi and Composed by SD Burman, on a tune by RD Burman)
Now (Road Movie, 2010; Directed by Dev Benegal; Sung by Sylvia Gordan)
Then (Pyasa, 1957; Directed by Guru Dutt; Sung by Mohd. Rafi and Composed by SD Burman, on a tune by RD Burman)
Now (Road Movie, 2010; Directed by Dev Benegal; Sung by Sylvia Gordan)
You are confident and calm. You tend to find other people annoying, especially when they want to tell you what to do.
Just because everyone else is doing something, it doesn’t mean you want to do it. And you’re okay with that.
It just feels nice to read on a Monday morning!
Add to this a song that touches my heart every time I hear it…
Another beauty from Do Aankhen Barah Haath (दो आखें बारह हाथ)
ॐ सर आज छुट्टी पर हैं इसलिए आज चाय कीदूकान पर होने वाली maths ya angrezii की क्लास भी नही होगी लेकिन जैसा स्कूल में होता है – शिक्षक के ना आने पर कोई substitute teacher या फिर क्लास के किसी student को ही क्लास का टाइम पूरा करना होता है सो हम वही करने जा रहे हैं !!! (वैसे भी ॐ सर बोल के गए हैं की किसी भी हालत में क्लास चलनी चाहिए !!! )
लेकिन एक समस्या है – हम तो पक्के back-bencher हैं , ना maths का जीरो पता है और ना अंग्रेज़ी का A- सो क्या क्लास लेंगे !!
इसलिए आप लोग के पास दो options यानी विकल्प हैं – या तो maths book की page 50 से 85 तक के सारे sums लगाओ या बैठ के अन्ताक्षरी खेलो … जो लोग अन्ताक्षरी खेलने वाले हैं , उनके लिए बस तीन rules हैं-
1. आपको पिछले गाने के आखरी शब्द से अपना गाना शुरू करना है
2. हिन्दी फ़िल्म के गाने बताने हैं
3. कोशिस करिए की हैप्पी हैप्पी गाने गायें 🙂
चलिए शुरू करते हैं “म ” से –
” मेरे भोले balam मेरे प्यारे balam
मेरा जीवन तेरे बिना है वो दिया की जिसमे तेल ना हो , की जिसमे तेल ना हो
मेरा जीवन तेरे बिना वो इक बाग़ है बहार जिससे हटकर गुज़रे , दूर दूर से गुज़रे
मुझे अपना बना ले , ओ भोले अपना बना ले, हाय रे भोले अपना बना ले …
तेरे क़दमों में मेरा प्यार मेरा संसार , मेरी किस्मत की मुझे अपना बना ले …. “
(मेरी प्यारी बिन्दु – फ़िल्म पड़ोसन )
अगला गाना ” ले ” से शुरू करना है …
और हाँ, यहाँ कोई टीम या मुकाबला नही हो रहा है ,
बस गानों की chain बढ़ाते रहिये , मुस्कुराते रहिये !!!
और सब लोग सुनो – कृपा करके अपनी अपनी attendance भी लगा जाना, records के वास्ते !! जय राम जी की !!! कल फिर मुलाकात होगी !!!
लकड़ी की काठी काठी पे घोड़ा
घोड़े की दुम पै जो मारा हथोड़ा
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा
घोड़ा पहुंचा चौक में
चौक में था नाई
घोड़े जी की नाई ने हजामत जो बनाई
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा
घोड़ा था घमंडी
पहुंचा सब्ज़ी मंडी
सब्ज़ी मंडी बरफ पड़ी थी
बरफ में लग गई ठंडी
तक बक तक बक
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा
घोड़ा अपना तगड़ा है
देखो कितनी चर्बी है
चलता है महरौली में पर
घोड़ा अपना अरबी है
बांह छुड़ा के दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा
लकड़ी की काठी काठी पे घोड़ा
घोड़े की दुम पै जो मारा हथोड़ा
दौड़ा दौड़ा दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा
This song can make me cry! I don’t really know why!
नीचे लिखी कुछ पंक्तियों का विशलेषण और व्याख्या करें
मेरी भैंस को डंडा क्यों मारा
मेरी भैंस को डंडा क्यों मारा
वो खेत में चारा चरती थी
तेरे बाप का वो क्या करती थी
तेरी भैंस ने इतना दूध दिया
मेरा लोटा उसमे डूब गया!
तेरी भैंस को डंडा यूं मारा !!!
____________
इस पोस्ट पर मिली प्रतिक्रिया मुझे ऐसा प्रतीत करा रही हैं, जैसे कुछ व्यक्ति विशेष इस गाने के बारे में नहीं जानते!
ये गीत है, १९७० (1970) में बनी फिल्म “पगला कहीं का” से! संगीत दिया है शंकर जयकिशन ने और आवाज़ है मेरे प्रीय मन्ना डे की! लोटे वाली लाइन इस गाने में नहीं हैं… वो मेरे मामाजी की हैं !!!
आपका आज का प्रष्न है
किशोर दा के कौनसे गाने मे “इम्पाला” शब्द का प्रयोग किया गया है?
गाने के कुछ और बोल, और पिक्चर का नाम भी बताएं!
“बीत गए दिन प्यार के पलछिन
सपना बनी ये रातें
भूल गए वो तू भी भुला दे
प्यार की ये मुलाकातें …”
आज के सवाल….
१ गाने का मुखड़ा बताएं
२ संगीतकार का नाम बताएं
३ इसी संगीतकार के दो और गानों के बारे मे कुछ बताएं
And like the last time, no peeking into comments to find the answer… do you own research and come up with the answers 🙂
आरम्भ है प्रचंड बोलें मस्तकों के झुंड
आज ज़ंग की घड़ी की तुम गुहार दो
आन बान शान या के जान का हो दान
आज एक धनुष के बाण पे उतार दो
I have always liked Piyush Mishra as an actor… his screen presence, his dialogue delivery and most importantly his voice… There is something about it that I notice and I like !
Gulal has a few songs that Piyush Mishra has brilliantly sung, and he has done such a wonderful job with his lyrics, and music… One of the strongest lyrics and music of recent times… Hats off to him… Most of these NSD guys have brought so much to the Indian Cinema, but they are so under rated… anyway !!!
Another song that I “listen” to is “Raat ke Musafir” by Rahul Ram… I have always loved his voice, and way this song has been rendered with minimum music… just the acoustic guitar and Rahul’s incredible voice… sheer Brilliance !!!
मुकाम खोज ले तू
मकान खोज ले तू
इंसान के शहर में इंसान खोज ले तू
देख तेरी ठोकर से
रास्ते का वो पत्थर
माथे पे तेरे लग जाये न उचल के
ओ रात के मुसाफिर
तू भागना संभल के !
Here are the two songs which I have mentioned above, in case you have not heard them yet!
This song is set up in an environment of College Elections and brought back memories of the DU elections… There used to be so much at stake in this youth elections and being a part of them was an amazing experience! All is fair in love and war and “elections” was the motto I guess !
And here is Raat Ke Musafir:
And While you are at it, why not see/hear some more of Piyush Mishra… This reminds me so much of the Street Play times. I wonder where would I be if I had continued with my love of theater.
“तौबा मेरी तौबा, मुश्किल था एक तो, पहले ही दिल का बेहेल्ना
आफत फिर उसपे, लट में तुम्हारा, मुखड़ा छुपा के चलना…”
आज के सवाल :
बताइए गाना कौनसा है?
किसने गया?
कौनसी पिक्चर से लिया गया?
और कुछ पता हो तो वो भी बताइए !
and no peeking into the existing comments to find the answer !!
And now if you know the answer, here is your turn to enjoy the song :Click Here.