खाली
जो मैं इस के झूठों से खाली हुआ हूँ
उसी पल से इतना मामूली हुआ हूँ
इसे टुकड़ा टुकड़ा हज़म कर रहा हूँ
जादू जो समझा…. ख़तम कर रहा हूँ
नहीं जानता मैं भी क्या कर रहा हूँ
ख्याल आ रहा है ये जाने कहाँ से
मिट्टी है मिट्टी में ही दफन होगी
ये दुनिया मेरे साथ ही ख़त्म होगी- धुर्जटा