मोजा-दस्तूर
नौकरी धंदे पर तरक्की की कार्यनीति बनाने के लिए कुछ विचार :
अपने से वरिष्ठ पदाधिकारी की मेज़ में अपने पुराने मोज़े रख दें. रोज़ सुबह दफ्तर जाकर वही मोज़े पहने औरध्यान रखें के उनको धोएं नहीं! यदि आप दफ्तर में बहुत ज्यादा समय व्यतीत कर रहे हैं और आपके मोज़े में सेबदबू आने लगी है, तो आपने उच्चतर पदाधिकारी को इसकी सूचना आपके बदबूदार मोज़े से मिल जायेगी
इस परिस्थिति में दो बातें हो सकती हैं
१. या तो आपको तरक्की मिलेगी
२. या फिर आपका बॉस आपको साबुन खरीदने के लिए कहेगा!
तरक्की मिली तो ठीक, यहीं साबुन खरीदने की बात आये तो अपनी आर्थिक स्थिति का वास्ता देकर अपने घर कीखस्ता हालत का बखान करके तरक्की पाने की कोशिश करें
इस परिस्थिति में दो बातें हो सकती हैं
१. या तो आपको तरक्की मिलेगी
२. या फिर आपका बॉस आपको दफ्तर से बहार जाने के लिए बोलेगा
तरक्की मिली तो ठीक, यदि बहार जाने की बात आये तो चुपचाप चले जायें! और अपने मोजा-दस्तूर चालू रखें. कुछ दिनों में परेशान होकर आपका बॉस इस समस्या को हल करने का प्रयत्न करेगा!
इस परिस्थिति में दो बातें हो सकती हैं
१. या तो आपको तरक्की मिलेगी
२. या आपका बॉस ही नौकरी छोड़ कर चला जायेगा!
तरक्की मिली तो ठीक, बॉस ने नौकरी छोड़ी, तो कम से कम बॉस तो नया मिलेगा! कहते हैं न भागते भूत की तोलंगोटी बहुत!
बोलो राधे श्याम राधे श्याम!
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